मिलावट

                मिलावट
                           - ना.रा.खराद
 मित्रों,जमाना मिलावट का है,हर चीज में मिलावट है,निखालिस पानी तक नहीं  मिल रहा है ,यहां की सरकारें भी मिलावटी हैं।अकेले दम पर न सरकार बनती है ना कार।पुराने का धंधा इसलिए तेजी पर है कि नए में उसे मिला देते हैं।
 अब तो मिलावट इतनी सफाई से की जाती है कि नकली असली लगने लगा है।अब सिर्फ
चीजों में मिलावट नहीं होती,अब तो कोई बात या चीज इससे अछुती नहीं है।मिलावटखोरी अब एक कारोबार के रुप में उभरा है।दूध में पानी मिलाना पहले मिलावट कहलाती थी,अब मिलावटी दूध बोली लगाकर बेचा जाता है।
बुचडखाने में कसाई बकरी को काटते हैं और
उसे बकरे का अंडकोष चिपका देते हैं।
अब तो हिजड़े भी किसी सुंदरी से कम नहीं
दिखते।ऐसी मिलावट तो मिलावट की इंतहा
हो गई। 
 मेरिट में आनेवाले छात्र जानते हैं,मिलावट 
आधुनिक युग की पहचान है।फलवालों से
पूछो सडे़ आमों की मिलावट कैसे की जाती
हैं।मिलावट का सिलसिला यहीं थमता नहीं।
उसकी पहूंच ऊपर तक है।राशन में मिलावट
यह तो शुरुवाती दिनों की है। गेहूं साथ कंकड़
भी खा जाते थे।आदमी के विचारों, नीतियों
में जो गिरावट आयी हैं वह मिलावट का नतीजा है। सौंदर्य में नब्बे फीसदी सजावट होती है,
सजावट ही मिलावट है।कच्चे आम,केले पीले कर दिए जाते हैं।मिलावट का कौशल अब शिक्षा में सिखाना चाहिए।जब की कोई चीज शुद्ध नहीं तो मिलावट रोकने वाले कैसे इससे बच सकते हैं।
देश में नकली नोट इतने अधिक हुए है कि असली दम तोड रहे हैं।खाने पीने की चीजों की मिलावट , देश में भ्रष्टाचार की तरह आम बात है।गन्ने का रस तक शुद्ध नहीं मिलता। शुद्ध घी तो इतिहास बन गया।
 मिलावट से भाषा अछूती नहीं है, हिंदी में अंग्रेजी की मिलावट तो धड़ल्ले से हो रही है, जैसे देशी घी में डालडा डाला गया हो। वक्ता भी अपने भाषण में बीच-बीच में अंग्रेजी तड़का लगाया है, ताकि मिलावट का प्रचार हो सके।
आजकल कोई चीज हो या आदमी ख़ालिस नहीं मिल रहा है, हरकोई मिलावटी है।बस, मिलावटखोरी का कौशल चाहिए।मिलावटी खोरी
मनुष्य की पहचान बन रही है।जितनी शुद्ध चीजें हैं, उसमें अशुद्ध मिलाया जा रहा है, ताकि संतुलन बना रहे।अब कोई सचमुच का अच्छा भी नहीं है,उसकी सच्चाई में भी झूठ मिला हुआ है।
मिलावटखोरी एक महामारी है।न जाने कितनों को अपने चपेट में ले।असली बनते हीनकली 
बनता है।मिलावटी चीजें एकसी होती
है।अब तो साहित्य में,संगीत में भी मिलावट
की जाती हैं।पुरानी बोतलों में नई शराब डाली
जाती है।संत भी मिलावटी हो गए। फर्जी डिग्रियां लेकर डाक्टर बने। आधा दूध आधा पानी ,मिलावट की यही कहानी।
            
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